हैलो फ्रेंड, नमस्ते कैसे हो?
ठीक हो, ठीक ही होना चाहिए, मेरी ज़िन्दगी तो झंड कर रखी है, घरवालों ने जब दुसरो की तरफ देखते है ना पड़ोसियों की तरफ या उनकी तरफ या उनकी तरफ किसी की तरफ भी मुझे लगता है तेरी ज़िन्दगी ऐसी क्यूँ नहीं है?
दूसरा बच्चा ना देखा।बढ़िया सवेरे उठेंगे, कॉलेज जायेंगे, पढ़ेंगे लिखेंगे, घर वाले तो पैसे मांगेंगे, शॉपिंग करनी है, आज ये चीज़ लेनी है या आज वो चीज़ लेनी है वो चीज़ देखा तो ये सोचा की माने कुछ बुरे कर्म करे हुए मेरी ज़िन्दगी में ये चीज़ क्यूँ नहीं है कॉलेज जाना?
घरवालों घरवालों से सब कुछ लेना पता नहीं, कुछ बुरे मन नहीं कर रहे होंगे, है ना?
मैं भी बहुत ज्यादा पढ़ना चाहूंगी। मैं बहुत ज्यादा आगे जाना चाह रही थी की मैं भी पढूंगी मैं पुलिस में लगूंगी, सपने होते थे मेरे की, मैं पुलिस में लगूंगी।लेकिन मेरी किस्मत में पढ़ाई थी ही नहीं। वीडियो बनाना सोशल मीडिया पे आना ये चीज़े मेरे सपने नहीं थे मेरे सपने देखे मैं पढ़ लिखके पुलिस में लगु और आज देखो ना मेरी मम्मी रोटी नहीं खा रही थी अभी मेरी मम्मी ने रोटी खाई है।देखो मैंने ये आपको पहले भी बताया था अगर मेरे घर में झगड़ा हो जाये ना तो मैं मेरी मम्मी को कभी भी भूख खाली सोने देती गुस्सा हो के सो जाती है ना मेरी माँ तो मैं उसको उठा के खाना खिलाती हूँ मैं कभी भी मेरी मम्मी को खाली पेट नहीं सोने देती क्योंकि मेरे मम्मी के मम्मी पापा नहीं हैं।और मैं ये सोचती हूँ की जीस इंसान के पास मम्मी पापा ना होना वो इंसान वो इंसान बहुत ज्यादा अकेला होता है ठीक है एक बात और मेरी माँ ने पता है क्यों खाना खा लिया अब मैं आपको बताऊँगा तो ये पड़ोसी जो है ना ऐसे है ऐसे है सब के घर में झगड़ा हुआ है। आपने बताई इस बारे में।मेरे घर में भी हुआ हैं। आपके घर में भी होता हैं, इनके घर में भी होता हैं, उनके घर में भी होता हैं, सब के घर में होता हैं लेकिन पड़ोसी जो हैं ना ये दूर से ऐसे हस्ते हैं ना और ऐसे एक दूसरे के कान में बात कहते हैं।सबका पता है हमारा कम से कम ये तो है की हमारे में ना एक दूसरे के ऊपर हाथ नहीं उठाते। ठीक है मेरी मम्मी हाँ गुस्सा होके चली गयी थी अपने भाई के घर वो चीज़ अलग है उसमें भी पूजा की और मेरी लड़ाई हुई थी।माँ को सिर्फ इस बात का गुस्सा था की पूजा को मैंने उल्टा सीधा क्यों बोला क्योंकि पूजा गलत बोल जाती है। बहुत बार वीडियो में भी बहुत ज्यादा गलत बोल जाती है। इसी करके मैंने पूजा को डांटा था। बुरी लग रही है जो मेरा घर की लड़ाई देख के ना उनकी मैं एक बात कहना चहु नलिया ने नकली और तो सुधर जो।कुछ नहीं रखा। ठीक है उनकी मैं यही बात कहना चहुँ सुधर जो कुछ नहीं रखा, नहीं तो अगली बार तेरा नाम भी लूँगी मैं कौन से हमारा घर में ये तो है कम से कम की लड़ाई झगड़ा होया बस ये तो नहीं है।आप कही बच्चा पिट दो ये चीज़ तो नहीं है हमारे घर में तो बस जितना है उतने में रहो ज्यादा फालतू मारी ज़िन्दगी में इंटरफियर ना करो आई बात समझ में तो नहीं कहू फिर सुनो दोस्तों एक बात और मम्मी ने मेरी खाना जरूर खाया मेरी माँ पता है क्या बोल रही है हमारे मामा ने लड़का देख रखा है उधर का ही।मम्मी मेरी बोल रही है की तू उससे मिल लड़के को देख ले शादी के लिए तो हाँ मैंने ये बात बोल दी की हाँ ठीक है देख लूँगी मैं अब इस वजह से मेरी माँ ने खाना खाया मेरी माँ ने सिर्फ ये चीजे देखी है की देखो प्रियंका राजी हो गयी लेकिन मैं अपने ज़िन्दगी का फैसला मैंने बता भी रखा है की मैं खुद करूँगी।बहुत कुछ किया। मैंने पहले भी बहुत कुछ किया है, सब दुसरो के लिए ही किया है खुद के लिए कुछ नहीं किया कबी और फिर भी मुझे क्या मिला अब ना में खुद लड़का देखुगी मैंने कहा की कहा ठीक है पहले रोटी खाले फिर में लड़का देख लूँगी अभी नहीं जब भी में जवुंगी उधर लड़का देख आउंगी ठीक है।मेरी माँ ने कहा है तो इसी करके लड़का देख लूँगी ये बात बोली है बाकी ऐसा नहीं है की मैं शादी शुदी करूँगी पर देख के आऊंगी जब जाउंगी और मैंने ये बात बोल दी ना की हाँ मैं देख आउंगी तो इस वजह से मेरी माँ ने रोटी तो खाई, कम से कम शादी करनी ना करनी वो तो मेरे ही हाथ में है ना?
तो इसीलिए बस ये बात बोल दी उसने रोटी खा ली मेरी माँ ने और ये मेरा मामा बिचोला बन रहा है देख लो बिचोला बन रहा है मेरा मामा शादी, शादी, शादी, शादी?
जो इन्सान शादी नहीं करना चाहता, वो उसे जबरदस्ती शादी के बंधन में बंध हैं। शादी ब्याह रोज़ रोज़ का खेल थोड़ा ना हैं, फ़िल्म थोड़ा चल रही हैं, ये ज़िन्दगी हैं, असली ज़िन्दगी हैं।इतना घास चल रहा हैं इस घर में कोई आता ही नहीं इधर फिर भी मेरी माँ सबसे प्यारी हैं जी।मेरे लिए ठीक है, हमारा वास्ता तो सारा कुछ है पापा मेरे है नहीं, माँ ही है आगे पीछे देखने का अत्तर तो इसी करके हाँ करी है की ठीक है, मैं देख के आउंगी बाकी ये नहीं है की मैं कराउंगी पर मेरी माँ के कहने तो मैं एक बार देख के आउंगी उसने रोटी खा ली।और इससे बड़ी ज्यादा ख़ुशी की बात मेरे लिए क्या हो गयी?
मेरी माँ ने रोटी खा ली मैं अब।इस बेल मेरी माँ ने ही लगाई थी।काम खाई पीछे पढ़ रही हैं। कल वो पूजा की वीडियो देखी मैंने मैं इसके ऊपर रिपोर्ट दर्ज करवाउंगी ठाणे में आई हुई हूँ। कितनी घटिया चीज़ हैं ना ये जो कुछ हो रही हैं मेरी ज़िन्दगी में कितनी घटिया घटिया चीज़े हो रही हैं?
पता नहीं क्या हो गया क्या नहीं हो गया, समझ में नहीं आ रहा कुछ लोग बोल रहे है की तुम्हारे ऊपर जादू टूना हुआ है। रात को नींद नहीं आती 3:03 बजे तक बैठी रहती हूँ ये हमारी गाड़ी है, देखो ये आ गयी फिर भी कोई सुकून नहीं।आई थी, उस टाइम भी पूजा नहीं है। क्या प्रियंका की गाड़ी आ गयी?
इसके ऊपर ना देखो ये लिखवा दिया मैंने नाम इसी करके वो चिढ़ती है तो तूबर लिखवा दिया प्रियंका चौहान इसी करके वो इस तरह कहना की प्रियंका की गाड़ी, प्रियंका की गाड़ी।पता नहीं कब खत्म होगा ये सब कुछ और ये चीज़े तो मैंने कदे नहीं सोंची थी मेरी ज़िन्दगी में ना आपने देखा है अभी आज तक।एक चीज़ एक चीज़ मैं सुलझाती हूँ दुबारा नयी बात खड़ी हो जाती है कमेंट में बताइए मैंने ठीक किया क्या मैं लड़का देख के आउंगी ये बात बोलके अब आपको पता ही है देखो ऐसे तो नहीं चलेगा काम मेरी माँ रोटी छोड़ देगी तो हमारे पास मेरी माँ के बिना क्या है यह तो आपको भी पता है।ज़िन्दगी में हो रही हैं मैंने कभी नहीं सोचा था लेकिन अभी जो चीजे हो ही रही हैं उसका सोलूशन तो करना पड़ेगा निकालना पड़ेगा कुछ तो इनकी जैसी ज़िन्दगी
होनी चाहिए। छोटे बच्चे जो हैं ज़िन्दगी इनकी हैं।कोई चिंता नहीं, कोई कमाने की चिंता नहीं, कोई ब्याह की नहीं, कुछ चिंता नहीं। ऐसे टहलते रहते है सारा दिन जाऊ अंदर बस बोल रही होगी, इधर उधर घूम रही है, वैसे भी पूजा का तो काम ही है यही काम रह गया पूजा का।बोलती रहती हैं, काम करने के चक्कर में बाहर निकल जाती हैं। जैसे इसी ने किया सारा कुछ।
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